सूरजमुखी का तेल
आखिरकार, भारत के पास तेलों की एक प्रति है। फिर, सूरजमुखी के तेल को रूस जैसे देशों से एक सहायक के रूप में आयात किया जाता है, और भारत में सूरजमुखी के बीज भी उगाए जाते हैं। फूल के बीच में एक तिहाई है। इसके छोटे-छोटे बीजों से तेल निकाला जाता है और धोरक के रूप में खाया जाता है। अब यह भी मेड इन इंडिया है। और हर जगह है।
गुण
सुमुखी का तेल स्वाद में थोड़ा तीखा, मीठा और पेट में पचने में हल्का या गर्म, कसैला, टॉनिक, कफ-जुकाम, सूजन और शूल-गैस के दर्द, रक्त दोष, दमा, खांसी, अटरिया, बुखार, विस्फोट का इलाज करता है। कुष्ठ, दर्रा, पथरी, योनि, मूत्र प्रतिधारण, पांडु रोग उपयोगी है
उपयोग
इस तेल का रंग हल्का पीला होता है। इसे खाने में अच्छा होता है इसमें पुरी फरसान आदि सामग्री अच्छी तरह से लगाई जा सकती है। न ही तेल में कोई दुर्गंध या तीखी गंध होती है। साथ ही अन्य तेलों के विपरीत यह जल्दी खराब नहीं होता है। यह तेल मे तले हुये फरसान जल्दी खराब नहीं होता है
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